आखिर क्यों UPSC टॉपर को योगी सरकार ने किया सस्पेंड ,कौन हैं आईएएस अभिषेक प्रकाश

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24/3/25 उत्तर प्रदेश:- भ्रष्टाचार के खिलाफ एक और कड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2006 बैच के IAS अधिकारी अभिषेक प्रकाश को निलंबित कर दिया है। बिहार के सिवान जिले के जीरादेई में जन्मे अभिषेक, UPSC परीक्षा में 8वीं रैंक लाकर सुर्खियों में आए थे। लेकिन अब उनका नाम करोड़ों के जमीन घोटाले, रिश्वतखोरी और अवैध संपत्ति मामले में सामने आया है।

आईएएस अभिषेक प्रकाश इन्वेस्ट यूपी के CEO और औद्योगिक विकास विभाग के सचिव के रूप में कार्यरत थे। उन पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट में 5% कमीशन मांगने का आरोप लगा, जिसके चलते यह पूरा मामला उजागर हुआ।20 मार्च 2024 को SAEL सोलर P6 प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारी विश्वजीत दत्ता ने मुख्यमंत्री कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद STF और विजिलेंस टीम ने जांच शुरू की और IAS अधिकारी की अवैध संपत्ति और लेन-देन के कई सबूत सामने आए।

700 बीघा जमीन और ब्रह्मोस मिसाइल फैक्ट्री घोटाला

जांच के दौरान पाया गया कि अभिषेक प्रकाश ने बरेली और लखीमपुर में 700 बीघा जमीन खरीदी और लखनऊ में कई आलीशान बंगले बनवाए। इसके अलावा, वह ब्रह्मोस मिसाइल फैक्ट्री भूमि घोटाले में भी संलिप्त पाए गए, जिसमें करीब 20 करोड़ रुपये की हेराफेरी हुई थी। उन्होंने लखनऊ विकास प्राधिकरण में रहते हुए बिल्डरों को अनुचित लाभ पहुंचाने के लिए फाइलों में हेरफेर किया।

IAS अधिकारी के दलाल निकांत जैन ने उगला सच

IAS अभिषेक प्रकाश के करीबी सहयोगी निकांत जैन को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में उसने बताया कि वह IAS अधिकारी के लिए दलाली करता था और सरकारी फाइलों को आगे बढ़ाने के बदले बड़ी रकम की डील करता था। उसने यह भी खुलासा किया कि इस घोटाले में कई और बड़े अधिकारी और नेता शामिल हैं, जिनकी भूमिका की जांच की जा रही है।

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