सीतापुर में समाचार पत्र के स्थानीय पत्रकार की गोली मार कर की गई जघन्य हत्याकांड की वारदात को लेकर के पुलिस सक्रिय हो गई है । जिसमें की सीतापुर पुलिस की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार हत्याकांड के जल्द से जल्द खुलासे के लिये पुलिस ने कई टीमें गठित कर दी है । जिन्हें की घटना की अलग अलग एंगल से जांच करने का जिम्मा सौंपा गया है ।सीतापुर पुलिस ने बताया की परिजनों की तहरीर मुकदमा कायम किया जा रहा है ,इस घटना के खुलासे के लिये 4 टीमों का गठन कर दिया गया है ।
घोटालों के उजागर होने से थे नाराज़
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पत्रकार राघवेंद्र वाजपेयी ने धान की खरीद में हो रहे घोटालो पर न्यूज़ सीरीज़ चला रहे थे ,जिससे की कुछ लोगो को इससे तकलीफ हो रही थी ,साथ ही इससे पहले भी अपनी पत्रकारिता के दौरान भी इन्होंने कई घोटालों को उजागर किया है ।पुलिस इसी तरह के कई एंगल पर अपनी तफ्तीश आगे बढ़ा रही है ।
घटना का सियासीकरण
सीतापुर में पत्रकार हत्याकांड के बाद से सूबे की सियासत में भी उबाल आ गया है ,कानून व्यवस्था पर बङा सवालिया निशान लगाते हुये विपक्षी दलों ने भाजपा सरकार को घेरना शुरु कर दिया है । समाजवादी पार्टी ने यूपी पुलिस से जल्द मामले के खुलासे की मांग रखी है । वही उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खङे किये है ।कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने भी यूपी की कानून व्यवस्था को पटरी उतरा हुआ बताया और कहा की यहां पर जंगल राज है ।साथ उत्तर प्रदेश सरकार से मांग रखी की पीङित परिजनो को एक करोङ की आर्थिक मदद की जाये और परिवार के एक सदस्य को नौकरी प्रदान की जाये ।