दिल्ली रेडफ़ोर्ट कार ब्लास्ट के बाद सुर्ख़ियों में आई ‘अल-फलाह’ यूनिवर्सिटी की रद्द हो सकती है मांन्यता

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13/11/25 :- दिल्ली बम ब्लास्ट के बाद सुर्खियों में आई अल-फलाह यूनिवर्सिटी को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. इसके बाद अल-फलाह यूनिवर्सिटी की मान्यता रद्द हो सकती है. दरअसल अल-फलाह यूनिवर्सिटी ने राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) की मान्यता को लेकर झूठा दावा किया था. इसको लेकर NAAC ने यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ नोटिस जारी किया है. यूनिवर्सिटी प्रशासन को जवाब देने के लिए 7 दिन का समय दिया गया है. इसके बाद यूनिवर्सिटी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सकती है. इसी यूनिवर्सिटी में पढ़ा रहे डॉक्टर के पास विस्फोटकों की बरादमगी हुई है।
फरीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी हरियाणा प्राइवेट यूनिर्विटी अधिनियम के तहत 2014 में मान्यता दी गई थी. तो वहीं 2015 में यूजीसी ने यूनिवर्सिटी को मान्यता दी है. तो वहीं 2019 में यूनिवर्सिटी के मेडिकल कॉलेज को मान्यता मिली है. इससे पहले अल-फलाह इंजीनियरिंग कॉलेज का संचालन 1997 से हो रहा है. इन सभी शैक्षणिक संस्थानों का संचालन अल-फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट करता है. ट्रस्ट की स्थापना 1995 में हुई थी. यूनिवर्सिटी की वेबसाइट के मुताबिक NAAC ग्रेड A की मान्यता मिली हुई है।

NAAC ने जारी किया नोटिस
NAAC ने नोटिस जारी कर अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जवाब तलब किया है. NAAC ने फर्जी मान्यता को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ नोटिस जारी किया है. जवाब देने के लिए 7 दिन का समय रखा गया है. NAAC की तरफ से जारी नोटिस में कहा गया है कि अल-फलाह यूनिवर्सिटी के इंजीनियरिंग और एजुकेशन कॉलेज को 5 साल पहले NAAC की तरफ से मान्यता दी गई थी. ये मान्यताक्रमशः 2018 और 2016 में समाप्त हो चुकी है।
नोटिस में आगे कहा गया है कि अल-फलाह यूनिवर्सिटी ने कभी भी ओवरऑल NAAC मान्यता के लिए आवेदन नहीं किया है, लेकिन उसके बावजूद में भी अपनी वेबसाइट में NAAC की मान्यता का दावा किया गया है, जो झूठ और आपराधिक है।

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