भारत और पाकिस्तान के बीच पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद से तनाव जारी है। इस बीच पाकिस्तान बॉर्डर पर बसे गांवों को आदेश दिया है कि जिनकी जो भी फसल तार के उस पार है, उसे तुरंत काट लें और साथ ही जो पराली है उसे उठा लें। इसको लेकर बकायदा गांव के गुरुद्वारों से अनाउंसमेंट भी करवाई जा रही है।
साथ ही गांव वालों को आदेश दिया गया है कि 2-3 दिन के बाद ये गेट बंद हो जाएंगे और फिर आप अपनी फसल को नहीं उठा सकेंगे। गांव वालों का कहना है कि उन्हें बीएसएफ के अधिकारियों की तरफ से ये आदेश दिया गया है और उन्होंने इसके लिए काम करना भी शुरू कर दिया है।
बीएसएफ ने दी सफाई
अमृतसर डीसी की ओर से अटारी बॉर्डर से सटे गांवों में इंटरनेशनल फेंसिंग के दूसरी ओर की जमीन पर गेहूं काटने को लेकर बीएसएफ के निर्देश पर स्पष्टीकरण जारी किया गया है। अमृतसर डीसी ने कहा, स्थानीय प्रशासन या बीएसएफ की तरफ से आधिकारिक तौर पर ऐसा कोई निर्देश नहीं जारी किया गया है। हो सकता है कि किसानों ने अपने स्तर पर कोई अनाउंसमेंट गुरुद्वारों में कर दी हो, लेकिन स्थानीय प्रशासन और बीएसएफ का ऐसा कोई आधिकारिक निर्देश नहीं है।
सीमा पर फैला तनाव
पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद से दोनों देशों की सीमा पर तनाव बना हुआ है। वहीं भारत द्वारा पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है, जिसके बाद वाघा अटारी बॉर्डर व अन्य सीमाओं को बंद कर दिया जाएगा। इसके अलावा सीमा पर तनाव फैला हुआ है। बता दें कि पाकिस्तान की सेना द्वारा पाकिस्तान के सैनिकों को सीमा पर बंकर में ही रहने का आदेश दिया गया है। वहीं भारतीय सेना द्वारा भी लगातार कुछ-कुछ तैयारियां की जा रही है। पहलगाम हमले के जवाब में भारत सरकार क्या करने वाली है अभी इसका किसी को अंदाजा नहीं है।
इस बीच बीते दिनों पाकिस्तान सरकार ने एक बैठक की, जिसके बाद पाकिस्तान ने अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया है। वहीं पाकिस्तान में भारतीय नागरिकों को पाकिस्तान छोड़कर भारत लौटने का भी पाकिस्तान सरकार ने आदेश जारी कर दिया है।