सोशल मीडिया में एक शख्स को रईस होने का भोकाल दिखाना पड़ गया भारी, मामला तब खुला जब पीछे पड़ गई ED

18/3/25 बेंगलुरु:- फेमस डॉग ब्रीडर और भारतीय डॉग ब्रीडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एस. सतीश के एक सोशल मीडिया दावे ने उन्हें मुश्किल में डाल दिया। सतीश ने हाल ही में यह दावा किया था कि उन्होंने एक वुल्फ डॉग 50 करोड़ रुपये में खरीदा है। इस दावे के वायरल होते ही प्रवर्तन निदेशालय (ED) की नजर उन पर पड़ी और आज उनके घर छापेमारी की गई।

ईडी की टीम ने यह कार्रवाई विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के उल्लंघन के संदेह में की। एजेंसी जानना चाहती थी कि इतनी बड़ी रकम का भुगतान कैसे किया गया। जब सतीश के बैंक अकाउंट की जांच की गई, तो उसमें ऐसा कोई लेनदेन दर्ज नहीं मिला, जिससे संदेह और गहराया कि कहीं भुगतान हवाला के जरिए तो नहीं हुआ।

पूछताछ के दौरान सतीश का दावा झूठा साबित हुआ। जांच में सामने आया कि न सिर्फ 50 करोड़ रुपये का भुगतान फर्जी था, बल्कि जिस कुत्ते को विदेशी नस्ल का बताया गया था, वह असल में देसी नस्ल जैसा दिख रहा है। ईडी अधिकारियों का कहना है कि सतीश दूसरों से कुत्ते उधार लेकर वीडियो बनाता था और फिर झूठा प्रचार करता था कि उसने करोड़ों रुपये में विदेशी नस्ल के कुत्ते खरीदे हैं।

दस्तावेज़ी जांच में भी यह साफ हो गया कि उसके पास किसी विदेशी कुत्ते को खरीदने का कोई वैध प्रमाण नहीं है। ईडी ने गलत जानकारी फैलाने और संभावित वित्तीय अनियमितताओं के आरोप में सतीश के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।

Bangalorenews
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