6 अप्रैल को रामनवमी के दिन भगवान भानु भास्कर की किरणों से रामलला के मस्तक पर होगा दिव्या अभिषेक

अयोध्या :- रामनगरी में भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव यानी राम नवमी की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने विक्रम संवत 2082 की राम नवमी (6 अप्रैल) के भव्य आयोजन की घोषणा कर दी है और इस अवसर पर भक्तों को दिव्य अनुष्ठानों के दर्शन का सौभाग्य मिलने वाला है।

चैत्र रामनवमी को लेकर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ट्रस्टियों बैठक में कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। राम नवमी के मौके पर अयोध्या में राम भक्तों की बड़ी संख्या में आने की संभावना जताई गई है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि चैत्र रामनवमी में राम नगरी में कितने श्रद्धालु आएंगे इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है, हमने महाकुंभ के दौरान अयोध्या में श्रद्धालुओं के आगमन को लेकर जो भी आंकलन किया था वो सब फेल हो गया था, महाकुंभ के दौरान अयोध्या में बहुत बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का सैलाब देखने को मिला। ऐसे में ये कहना गलत होगा कि चैत्र राम नवमी पर कितने श्रद्धालु आएंगे।

राम नवमी को लेकर जिला प्रशासन और ट्रस्ट पहले से तैयारियों में लगा हुआ है, हमारा प्रयास होगा कि अयोध्या में जो श्रद्धालु आए उन्हें सुगम और सुरक्षित रूप से प्रभु का दर्शन हो। हम दर्शन मार्गो पर छांव और पानी की समुचित व्यवस्था करने के प्रयास में लगे हैं।

29 मार्च से 6 अप्रैल तक होगा राम कथा

29 मार्च से 6 अप्रैल नवरात्र में राम कथा का निर्णय लिया गया है अतुल कृष्ण भारद्वाज कथा व्यास होंगे अंगद टीला के प्रांगण में प्रवेश करने का रास्ता श्री राम हॉस्पिटल के बगल से सड़क है और वहां पर अन्न क्षेत्र भी चालू किया जाएगा, वाल्मीकि रामायण का नवाएं परायण, राम चरित मानस का नवाएं परायण, आध्यात रामायण का नवान्या पारायण एक यज्ञ वह दुर्गा सप्तशती भी हो सकती है। साख ही, एक लाख मंत्रों की आहुति भी दी जाएगी।

रामनवमी पर कब क्या होगा?

श्रीराम जन्मोत्सव कार्यक्रम – चैत्र शुक्ल नवमी सम्वत् 2081 दिनांक 6 अप्रैल 2025 रविवार.

रामलला का अभिषेक – प्रातः 9.30 बजे से 10.30 बजे तक.

पर्दा रहेगा – प्रातः 10.30 बजे से 10.40 बजे तक.

रामलला का श्रृंगार होगा – प्रातः 10.40 बजे से 11.45 बजे तक (पर्दा खुला रहेगा).

पर्दा रहेगा – प्रातः 11.45 बजे (भोग लगेगा).

श्री रामलला जन्म – अपरान्ह 12.00 बजे.

आरती व सूर्य-तिलक

भुवन भास्कर सूर्य की किरणें रामलला के ललाट को प्रकाशित करेंगी यानी सूर्य नारायण अपने कुल में जन्म ले रहे रामलला को तिलक लगाएंगे।

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