06/7/25 मध्यप्रदेश:- उज्जैन का महाकाल मंदिर भारतीय धार्मिक स्थलों में प्रमुख स्थान रखता है। अब यह श्रद्धालुओं से मिलने वाले दान और पर्यटकों की संख्या के मामले में एक रिकॉर्ड बना चुका है। महाकाल लोक के उद्घाटन के बाद से श्रद्धालुओं की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है, जिससे मंदिर में मिलने वाले दान का आंकड़ा भी चार गुना बढ़कर 60 करोड़ रुपए से पार चला गया है।
दान में बढ़ोतरी
मंदिर समिति के प्रशासक प्रथम कौशिक के मुताबिक, महाकाल लोक के खुलने के बाद उज्जैन में श्रद्धालुओं की संख्या तेजी से बढ़ी है। पहले जहां मंदिर में रोजाना 40-50 हजार श्रद्धालु आते थे अब यह संख्या 1.5 से 2 लाख तक पहुंच गई है।
इस बढ़ोतरी के साथ दान में भी अच्छी वृद्धि देखी गई है। 2019-20 में मंदिर को लगभग 15 करोड़ रुपए का दान मिला था, जो अब 2023-24 में 59.91 करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है। 2024-25 के दौरान अभी तक 51.22 करोड़ रुपए का दान आ चुका है, जो दर्शाता है कि लोग श्रद्धा से अधिक दान देने के लिए उत्साहित हैं।
धार्मिक पर्यटन में रिकॉर्ड वृद्धि
वहीं, महाकाल लोक के प्रभाव से धार्मिक पर्यटन में भी अनूठी वृद्धि हुई है। 2023 में लगभग 5.28 करोड़ रुपए लोग उज्जैन आए थे, जो 2024 में बढ़कर 7.32 करोड़ रुपए हो गए हैं।
यह 39% की वृद्धि दर्शाता है कि महाकाल लोक ने उज्जैन को धार्मिक पर्यटन का प्रमुख केंद्र बना दिया है। पिछले दो वर्षों में 12.32 करोड़ श्रद्धालु महाकाल के दर्शन के लिए उज्जैन पहुंचे हैं, जो एक रिकॉर्ड है।
नया प्रवेश द्वार और ब्रिज का उद्घाटन
बता दें कि, महाकाल मंदिर में एक नया रूद्र सागर ब्रिज भी बनाया गया है, जिसे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। यह ब्रिज मानसरोवर की ओर से खोला गया है और इससे आने वाले श्रद्धालुओं को एक और आसान मार्ग मिलेगा। यह नई संरचना न केवल मंदिर के सौंदर्य को बढ़ाती है, बल्कि श्रद्धालुओं के अनुभव को भी बेहतर बनाती है।