13/11/25 :- उत्तरप्रदेश के फिरोजाबाद में पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर के माध्यम से निवेश के नाम पर ठगी करने वाले 6 जालसाजों को गिरफ्तार किया है. इनमें 5 युवतियां भी शामिल हैं. यह गिरोह नामी कंपनियों के शेयर बेचने के नाम पर लोगों को अपने जाल में फंसाता था. गिरोह लाखों रुपये की ठगी कर चुका है. बुधवार को पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा किया।पुलिस के मुताबिक थाना रसूलपुर पुलिस और साइबर क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने यह कार्रवाई की.
उन्होंने बताया कि मुखबिर की सूचना पर नैनी ग्लास चौराहा स्थित एक रेस्टोरेंट के बेसमेंट में चल रहे फर्जी कॉल सेंटर पर छापेमारी की गई।
पुलिस के मुताबिक यह कार्यवाही एनसीआरपी पर शिकायत के बाद की गई NCCRP में निवेश के नाम पर ठगी करने की शिकायत दर्ज कराई थी . इसके बाद पुलिस ने इस मामले में गंभीरता से जांच शुरू की और छापेमार कार्रवाई की आरोपियों के कब्जे से 6 मोबाइल फोन, 6 सिम कार्ड, बैंक पासबुक, चेक, नोटबुक, 1 पीएनटी फोन, डायरी और करीब 500 हायरिंग पंफलेट मिले हैं. इसके अलावा करीब 100 पेज का मोबाइल नंबरों से भरा डेटा भी मिला है. सभी आरोपी फिरोजाबाद के ही रहने वाले हैं।
आरोपियों की पहचान और ठगी का तरीका
पकड़े गए आरोपियों की पहचान हसनैन पुत्र चमन निवासी मक्का कालोनी थाना रामगढ़, इलमा पुत्री गुड्डू निवासी रसूलपुर टंकी हरिजन कालोनी थाना रसूलपुर, सिमरा पुत्री मोहम्मद आसिफ निवासी हुसैनी मोहल्ला थाना रसूलपुर, अनम पुत्री अनवर सलीम निवासी हाजीपुरा थाना रसूलपुर, कशिश पुत्री राजू उर्फ अफजल निवासी गली नं. 7 गालिब नगर शब्बर की हवेली थाना रसूलपुर, अजरीन पुत्री मोहम्मद शमीम निवासी नाले की पुलिया थाना दक्षिण के रूप में हुई है।
फिरोजाबाद के अपर पुलिस अधीक्षक रविशंकर प्रसाद ने बताया कि ठग नाम बदलकर आम लोगों को फोन करते थे. इसके बाद नामी कंपनियों के शेयर खरीदने की बात कहते थे. बताते थे कि इससे मोटा मुनाफा होगा. फर्जी निवेश योजनाओं के नाम पर लोगों से डीमैट अकाउंट में पैसे डलवाने के लिए कहते थे।
गिरोह इस तरह से लोगों को अपने जाल में फंसाकर लाखों की ठगी कर चुका है. एसपी सिटी रविशंकर प्रसाद ने बताया कि थाना रसूलपुर और साइबर अपराध पुलिस की संयुक्त टीम ने NCCRP(नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल) पर आई शिकायत पर यह कार्रवाई की. पुलिस ने लोगों से निवेश या ऑनलाइन स्कीम के लुभावनी स्कीमों के झांसे में न आने की अपील की है. उन्होंने ऐसे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत साइबर सेल या स्थानीय थाने को देने के लिए कहा है।