एमओआईसी कड़ा को लापरवाही बरतने पर प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश
4/4/25 कौशांबी :- जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी ने सम्राट उदयन सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की शुक्रवार को समीक्षा बैठक की। बैठक में जननी सुरक्षा योजना, टीकाकरण, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, आशा कार्यक्रम, आभा आईडी योजना आदि की बिंदुवार समीक्षा की गई।
गर्भवती महिलाओं की देखभाल पर विशेष जोर
जिलाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि एएनएम और आरबीएसके टीम गांवों में भ्रमण कर गर्भवती महिलाओं (एचआरपी) की जानकारी एकत्र कर उन्हें नियमित टीकाकरण और एएनसी चेकअप की अनिवार्यता पर जोर देते हुए कहा कि शिशु मृत्यु दर को हर हाल में कम किया जाए। इसके लिए मध्यम व संघर्षशील आशाओं को चिन्हित कर प्रशिक्षण दिया जाए।
आशाओं को करें जागरूकता के लिए प्रेरित
उन्होंने कहा कि आशाएं घर-घर जाकर गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं की देखभाल के संबंध में जागरूकता फैलाएं। बेहतर कार्य करने वाली आशाओं और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को 15, 16 और 17 अप्रैल को ब्लॉक स्तर पर सम्मानित किया जाएगा।
जननी सुरक्षा और प्रसव आंकड़ों की समीक्षा
बैठक में डीएम ने सरकारी व निजी अस्पतालों में प्रसव से संबंधित आंकड़े तलब किए। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रसव के बाद महिलाओं को कम से कम 48 घंटे अस्पताल में रखा जाए। साथ ही आशाओं को प्रेरित किया जाए कि वे अधिक से अधिक प्रसव सरकारी अस्पताल में कराएं।
कड़ा के प्रभारी एमओआईसी पर नाराज हुए डीएम
कड़ा के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी की लापरवाही पर डीएम ने प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए। साथ ही अन्य अधिकारियों को भी समयबद्ध और लक्ष्य आधारित कार्य करने को कहा गया।
टीकाकरण और परिवार कल्याण पर भी चर्चा
जिलाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया कि वे गांव-गांव जाकर छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित करें। इसके अलावा राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन, बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, क्षय रोग नियंत्रण, अंधता निवारण व कुष्ठ रोग कार्यक्रम की भी समीक्षा की गई।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी श्री अजीत कुमार श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संजय कुमार, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एवं प्राचार्य मेडिकल कॉलेज सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।