गोंडा में हत्या के ग़म में डूबे और दयनीय स्थिति से जूझ रहे परिवार के लिए बड़ा सहारा बनी “खाकी”, पुलिस ने बेटी की शादी के लिए जेवर और रुपयों से लेकर घर का सामान तक देकर कराई विदाई

23/5/25 गोंडा:– उमरी बेगमगंज थाना क्षेत्र के डिक्सिर धन्नीपुरवा ग्राम पंचायत अंतर्गत तिलकपुरवा गांव में 24 अप्रैल की रात को हुई दिल दहला देने वाली चोरी और निर्मम हत्या ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया था. इस लोमहर्षक घटना में जहां एक ओर निर्दोष शिवदिन की हत्या से परिवार टूट गया, वहीं दूसरी ओर उसकी बहन शिवकुमारी का तय विवाह भी अधर में लटक गया.

हालात इतने दर्दनाक हो गए कि 5 मई को होने वाली शादी को टालना पड़ा. लेकिन इस अंधेरे में उम्मीद की किरण तब जगी, जब पुलिस प्रशासन ने सिर्फ अपराधियों को एनकाउंटर में ढेर कर न्याय नहीं दिलाया, बल्कि परिवार के आंसू भी पोछे.

“जहां खाकी में दिल धड़कता है, वहीं मानवता मुस्कुराती है”

जिले की पुलिस अधीक्षक की पत्नी डॉ. तन्वी, क्षेत्राधिकारी तरबगंज उमेश्वर प्रभात सिंह और थाना प्रभारी नरेंद्र प्रताप राय स्वयं पीड़ित परिवार के घर पहुंचे. पुलिस की ओर से ₹1,51,000 नगद, सोने-चांदी के तीन आभूषण, नई साड़ियाँ, फ्रिज, पंखा और अन्य घरेलू सामान कन्यादान के रूप में सौंपे गए. यह सहयोग शिवदिन के भाई देवीदिन व माता शकुंतला देवी को दिया गया.

इस अवसर पर क्षेत्र के प्रमुख सामाजिक चेहरे त्रियुगी नारायण शुक्ला, विवेक उपाध्याय, राज नारायण उपाध्याय, शिव मंगल, प्रधान रामभान सिंह, पं. रामजस व संजय सहित कई स्थानीय लोग उपस्थित रहे. सभी ने इस मानवीय पहल की सराहना करते हुए पुलिस और प्रशासन के प्रति धन्यवाद प्रकट किया.

क्षेत्रीय विधायक प्रेम नारायण पांडे ने भी शोक संतप्त परिवार से मुलाकात कर ₹65,000 की व्यक्तिगत सहायता दी और भरोसा दिलाया कि वे हर कदम पर परिवार के साथ हैं.

गोंडा जनपद ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि जब समाज और प्रशासन एकजुट होते हैं, तो हर दुख की घड़ी में भी इंसानियत की जीत होती है. यह पहल न सिर्फ एक दुखी परिवार की खुशियों को लौटाने का प्रयास है, बल्कि एक सशक्त, संवेदनशील और मानवीय पुलिस तंत्र की मिसाल भी है.

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