7/3/25 लखनऊ:- बहुजन समाज पार्टी की सरकार में पूर्व मंत्री रहे दद्दू प्रसाद सोमवार को समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया। सपा प्रमुख एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पूर्व मंत्री रहे दद्दू प्रसाद को सपा की सदस्यता दिलाई। दद्दू प्रसाद फिलहाल सामाजिक परिवर्तन मिशन के राष्ट्रीय संयोजक भी थे।
दद्दू प्रसाद के साथ नगर पालिका अध्यक्ष सलाउद्दीन, बुलंदशहर से देवरंजन नागर और जगन्नाथ कुशवाहा ने भी समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस अवसर पर अखिलेश यादव ने कहा कि ये सभी नेता समाज में मजबूत जनाधार रखते हैं। इनके जुड़ने से पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूती मिलेगी।
“हिटलर की फ़ौज बना रही है भाजपा”
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अखिलेश यादव ने प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने सपा सांसद रामजी लाल सुमन के घर पर हुए हमले का हवाला देते हुए कहा कि यदि किसी सांसद के साथ ऐसी घटना होती है, तो उसके लिए सीधे मुख्यमंत्री जिम्मेदार होंगे। गौरतलब है कि सपा सांसद रामजी लाल सुमन ने हाल ही में एक बयान में कहा था कि “बाबर को भारत आने का निमंत्रण राणा सांगा ने दिया था”, जिसके बाद से वह कई संगठनों के निशाने पर हैं।
भाजपा की तुलना नाजी जर्मनी से
अखिलेश यादव ने भाजपा की कार्यशैली की तुलना नाजी जर्मनी से करते हुए कहा, “जिस तरह हिटलर के समय में एक फौज लोगों को धमकाने और अपमानित करने का काम करती थी, उसी तरह भाजपा ने भी अपनी फौज तैयार की है जो लोगों को परेशान कर रही है।
उन्होंने भाजपा पर सांप्रदायिकता फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा, “जब उनकी योजनाएं नाकाम होती हैं, तो वे लोगों का ध्यान महंगाई, बेरोजगारी और बदहाल अर्थव्यवस्था से हटाने के लिए सांप्रदायिक रास्ता अपनाते हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में “हिटलर के जमाने” जैसी फौज तैयार की गई है, जो थानों और तहसीलों में आम जनता को अपमानित कर रही है।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना “झूठी योजना” है
इसके साथ ही अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना को लेकर भी भाजपा नीत केंद्र सरकार पर कटाक्ष किया। उन्होंने इसे एक “झूठी योजना” बताते हुए कहा, “मुद्रा योजना को शुरू हुए दस साल हो गए, लेकिन इसका कोई ठोस सामाजिक या आर्थिक प्रभाव नहीं पड़ा है। यह सिर्फ झूठे वादों की स्कीम बनकर रह गई है।
अखिलेश यादव ने कहा कि ये सभी साथी पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक), देश के संविधान और अर्थव्यवस्था को बचाने की लड़ाई में साथ देने आए हैं। इनका मुख्य उद्देश्य किसानों और बहुजन समाज के लोगों को सम्मान दिलाना है।
सपा अध्यक्ष के तीखे तेवरों और स्पष्ट चेतावनी से यह स्पष्ट है कि पार्टी अब भाजपा को हर मोर्चे पर घेरने की रणनीति पर काम कर रही है। आने वाले चुनावों की दृष्टि से यह सियासी गर्मी और भी तेज़ होती दिखाई दे रही है।