05/12/25 मेरठ:- मानवीय संवेदनहीनता की हद पार करते हुए मेरठ पुलिस की शर्मनाक हरकत उजागर हुई है। घटना बृहस्पतिवार की आपको बता दें भीख मांगकर गुज़ारा करने वाले एक बुजुर्ग की मौत के बाद एल-ब्लॉक चौकी पुलिस ने न सिर्फ शव को सम्मान से उठाने की जिम्मेदारी नहीं निभाई, बल्कि उसे ई-रिक्शा में लादकर दूसरे थाना क्षेत्र में फेंक दिया। मामला तब सामने आया जब सीसीटीवी कैमरे में पुलिसकर्मियों की यह हरकत कैद हो गई। वीडियो वायरल होने के बाद एसएसपी ने चौकी प्रभारी समेत दो पुलिसकर्मियों को व एक होमगार्ड तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार सुबह लोहियानगर के पीवीएस रोड पर एक बुजुर्ग का शव मिलने से हड़कंप मच गया। पहचान न होने पर पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी खंगाले, जिसमें गुरुवार देर रात करीब 1:50 बजे फैंटम पर बैठे कुछ पुलिसकर्मी ई-रिक्शा में लाश लेकर आते और उसे सूनसान स्थान पर फेंकते नजर आए। फुटेज सामने आते ही पूरा विभाग सकते में आ गया।
एसएसपी डॉ. विपिन ताडा की जांच में पता चला कि बुजुर्ग की मौत नौचंदी क्षेत्र की एल-ब्लॉक चौकी के पास हुई थी। चौकी पुलिस ने लिखा पढ़ी से बचने और जिम्मेदारी टालने के लिए सीमा-विवाद का खेल खेला और लाश को लोहिया नगर थाना क्षेत्र में फेंक दिया। वहीं जांच में दोषी पाए जाने पर एल-ब्लॉक चौकी प्रभारी जितेंद्र कुमार, सिपाही राजेश और होमगार्ड रोहताश को सस्पेंड कर दिया गया। होमगार्ड के खिलाफ बर्खास्तगी की रिपोर्ट भी भेजी गई है।
घटना के खुलासे के बाद नौचंदी थाने की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं। सोशल मीडिया पर लोग पूछ रहे हैं कि थाना प्रभारी की जानकारी के बिना इतनी बड़ी हरकत कैसे हो सकती है। पूरे थाने की संलिप्तता की जांच की मांग तेज हो गई है। एसएसपी ने स्पष्ट किया है कि किसी अन्य की भूमिका सामने आई तो कड़ी कार्रवाई होगी।
पूछताछ में आरोपी पुलिसकर्मियों ने पहले अफसरों को गुमराह करने की कोशिश करते हुए कहा कि बुजुर्ग अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मर गया और उन्होंने लाश वहीं छोड़ दी। लेकिन जब उनसे तथ्य आधारित सवाल किए गए तो वे टूट गए और स्वीकार किया कि लिखा पढ़ी और जिम्मेदारी से बचने के लिए लाश को दूसरी जगह फेंक दिया था।
यह घटना पुलिस की संवेदनहीनता और जिम्मेदारी से बचने की प्रवृत्ति पर बड़ा सवाल खड़ा करती है। एसएसपी ने कहा कि पूरी चेन की जांच कराई जा रही है और दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।