10/5/25 पाकिस्तान:- भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान को एक और बड़ा झटका लगा है। बलूचिस्तान के स्वतंत्रता समर्थक लड़ाकों ने पाकिस्तान सेना को केच और पंजगुर जिलों से खदेड़ दिया है। ये दोनों क्षेत्र अब पाकिस्तान की असीम मुनीर सेना के नियंत्रण में नहीं हैं। बताया जा रहा है कि बलूच लड़ाकों ने शुक्रवार को केच, पंजगुर और लासबेला जिलों में हिंसक हमले किए, जिसमें थानों और सरकारी कार्यालयों को निशाना बनाया गया।
द बलूचिस्तान पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, केच में पहले नाकेबंदी की गई और फिर स्थानीय थानों और सरकारी दफ्तरों पर हमला बोला गया। सेना के जवान और सरकारी अधिकारी अपनी जान बचाकर भाग खड़े हुए। इसके बाद बलूच लड़ाकों ने सरकारी इमारतों में आग लगा दी और इलाके को “मुक्त क्षेत्र” घोषित कर दिया।
पंजगुर में भी इसी तरह की रणनीति अपनाई गई। नाकेबंदी के बाद हमला किया गया, जिससे वहां की सेना पीछे हट गई। वहीं लासबेला जिले में विरोध करने वाले तीन लोगों को गोली मार दी गई। यह घटनाएं इस ओर इशारा करती हैं कि बलूच आंदोलन अब और अधिक उग्र हो गया है।
पाकिस्तानी सरकार ने हालात को काबू में लाने के लिए 150 बलूच आंदोलनकारियों को रिहा करने का फैसला किया है, लेकिन इसके बावजूद स्थिति गंभीर बनी हुई है। पूर्व गृहमंत्री फजलुर रहमान ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि सभी सैनिक भारत सीमा पर तैनात कर दिए गए तो देश के अंदर बिगड़ते हालात कौन संभालेगा।
बलूचिस्तान में पिछले एक हफ्ते में 5 से अधिक हमले हो चुके हैं, और हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। आंतरिक संघर्ष और सीमावर्ती तनाव के बीच पाकिस्तान सरकार पर दोतरफा दबाव बढ़ता जा रहा है।