12/5/25:- भारत और पाकिस्तान के जारी तनाव के बीच भारतीय सेनाओं की तीनों विंग के महानिदेशक स्तर के अधिकारियों (डीजीएमओ) ने लगातार दूसरे सोमवार को एक संयुक्त प्रेस वार्ता की। इस दौरान ऑपरेशन सिंदूर पर विस्तार से जानकारी देने के सथ पड़ोसी देश पाकिस्तान को एक सख्त संदेश भी दिया गया।
ऑपरेशन सिंदूर पर तीनों सेनाओं के डीजीएमओ की प्रेस कांफ्रेंस
प्रेस वार्ता की शुरुआत दिनकर की कविता कृष्ण की चेतावनी… “याचना नहीं अब रण होगा, जीवन-जय या कि मरण होगा” से हुई। इससे पहले रविवार को प्रेस वार्ता शिव तांडव स्तोत्र से शुरू हुई थी। एक सवाल के जवाब में भारतीय वायुसेना के डीजी ऑपरेशंस एयर मार्शल भारती ने रामचरितमानस की पंक्तियों का उद्धरण देते हुए कहा, “भय बिन होय न प्रीति” यह संदेश हमारे पड़ोसी देश के लिए है।
ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकी ठिकानों को बनाया निशाना
एयर मार्शल एके भारती ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकियों के ठिकानों को सफलतापूर्वक निशाना बनाया। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत की यह कार्रवाई पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों के खिलाफ नहीं थी, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ थी।
आतंकियों से है हमारी लड़ाई : एयर मार्शल
एयर मार्शल एके भारती ने कहा, “हमारी लड़ाई आतंकियों से है, न कि पाक सेना से। लेकिन पाकिस्तानी सेना ने आतंकियों का साथ देना चुना और उनके समर्थन में लड़ाई छेड़ दी। ऐसे में जो भी नुकसान पाकिस्तान को हुआ, उसकी जिम्मेदारी पूरी तरह उसी की है।
भारतीय हथियारों की ताकत से पाक ड्रोन्स ढेर
एयर मार्शल भारती ने कहा कि भारत के पुराने लेकिन विश्वसनीय हथियारों ने इस लड़ाई में अहम भूमिका निभाई। आकाश एयर डिफेंस सिस्टम के जरिए पाकिस्तान के भेजे गए ड्रोन्स को नष्ट किया गया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की पीएल-15 मिसाइल और चीनी ड्रोन्स को भी सफलतापूर्वक मार गिराया गया।
एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तानी हमलों को किया नाकाम
डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि पाकिस्तान द्वारा भारतीय एयरफील्ड्स पर किए गए हमले भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम के सामने विफल रहे। उन्होंने कहा, “हमारी सभी एयरफील्ड्स सुरक्षित हैं, जबकि पाकिस्तान के एयरफील्ड्स को हमने निष्क्रिय कर दिया है।” वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने जानकारी दी कि भारतीय नौसेना ने भी ऑपरेशन सिंदूर में अहम भूमिका निभाई। हमारे एयरक्राफ्ट्स लगातार समुद्री सीमा पर नजर रख रहे हैं और किसी भी दुश्मन जहाज को हमारी सीमाओं के पास नहीं फटकने दिया गया।