8/3/25 लखनऊ :- समाजवादी पार्टी के नेता लाल जी सुमन द्वारा खानवा के शूरवीर और मेवाड़ के शासक राणा सांगा पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सपा सांसद लालजी सुमन के विवादित टिप्पणी के बाद से ही उबल रहा क्षत्रिय समाज आज लखनऊ में सड़कों पर उतर गया। मंगलवार को लखनऊ के दस-नब्बे चौराहा से मुख्यमंत्री आवास तक के रास्ते पर जमकर हंगामा हुआ, जहां पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई।
प्रदर्शनकारियों ने सपा सांसद लालजी सुमन और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला। क्षत्रिय समाज के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी हमेशा से क्षत्रिय समाज के खिलाफ रही है। क्षत्रिय समाज के कार्यकर्ताओं ने स्पष्ट शब्दों में कहा की सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का अहंकार ही उनको ले डूबेगा यह अखिलेश यादव के राजनैतिक कर्रिएर के अंत की शुरुआत है। अब जनता उन्हें सत्ता में वापस आने नहीं देना चाहती है। राणा सांगा जैसे महापुरुषों का अपमान अक्षम्य है। जिसका उन्हे परिणाम देखने को अवश्य मिलेगा।
हंगामे के बीच पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की लेकिन उनका गुस्सा शांत होता नहीं दिखा।
सवाल यह है कि क्या सपा नेतृत्व इस मुद्दे पर कोई सार्वजनिक स्पष्टीकरण देगा? और अगर नहीं, तो क्या यह मामला आने वाले चुनावों में वाकई राजनीतिक नुकसान का कारण बन सकता है? फिलहाल, क्षत्रिय समाज के भीतर नाराज़गी स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है और राजनीतिक माहौल गर्म होता जा रहा है।
सोशल मीडिया पर भी विरोध की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिससे मामला और तूल पकड़ता जा रहा है।