अजब गजब : दूल्हे की शादी में होनी थी ‘जूता छुपाई की रसम’ पर दुल्हन पक्ष ने उल्टा दूल्हे को जूतों से पीटा

7/3/25 उत्तर प्रदेश:- बिजनौर में दो परिवारों के बीच झगड़ा तब हुआ जब दूल्हे ने शादी के दौरान ‘जूता छुपाने’ की रस्म के तहत दुल्हन के परिवार को 50,000 रुपये की जगह 5,000 रुपये दे दिए। कम पैसे देने पर दुल्हन पक्ष की महिलाओं ने दूल्हे को भिखारी कह दिया। दूल्हे को एक कमरे में बंद कर दिया गया और दुल्हन के परिवार ने लाठी-डंडों से उसकी पिटाई कर दी। मामला तब प्रकाश में तब आया जब उत्तराखंड के चकराता से आया दूल्हा मुहम्मद शब्बीर शनिवार को अपने परिवार के साथ बारात लेकर बिजनौर पहुंचा। शादी की रस्में चल रही थीं, तभी दुल्हन की भाभी ने शब्बीर के जूते चुरा लिए और जूते वापस पाने के लिए उससे 50,000 रुपये की मांग की।

हालांकि, शब्बीर ने दुल्हन की भाभी को 5,000 रुपये दे दिए और बाद में उनके परिवार की कुछ महिलाएं उसे भिखारी कहने लगीं।

इसके बाद शब्बीर को भिखारी कहने पर दोनों परिवारों के बीच बहस शुरू हो गई, जो जल्द ही मारपीट में बदल गई। शब्बीर के परिवार के मुताबिक, दुल्हन के परिवार ने उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया और लाठी-डंडों से पीटा।

हालांकि, दुल्हन के परिवार ने आरोप लगाया कि बहस तब झगड़े में बदल गई जब शब्बीर के परिवार ने उनसे उपहार में मिले सोने की गुणवत्ता के बारे में पूछा।

दुल्हन के अनुसार, जब शब्बीर के परिवार ने उनसे पूछा कि वे किसको अधिक प्राथमिकता देते हैं, तो उन्होंने कहा कि उन्हें लड़की से अधिक पैसा प्रिय है।

घटना की सूचना पुलिस को दी गई, जिसके बाद पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को शांत कराया। नजीबाबाद क्षेत्राधिकारी ने बताया कि बाद में दूल्हा और दुल्हन के परिवार बिजनौर के नजीबाबाद पुलिस थाने गए थे, जहां उन्होंने घटना की पूरी कहानी बताई।

अधिकारी ने बताया कि पूरे मामले की जानकारी मिलने के बाद दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया है। उन्होंने बताया, जूता छुपाई की रस्म को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ था । वे घटना की पूरी जानकारी देने के लिए नजीबाबाद थाने पहुंचे थे। हालांकि अब दोनों परिवारों के बीच समझौता हो गया है।

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