01/11/25 लखनऊ:- अनशन पर बैठे स्थानीय निकाय कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर जताया आक्रोश.
महासंघ ने क्रमिक अनशन स्थल से पुनः कहा कि यदि थोडी भी शर्म नगर विकास विभाग में बची हो तो मांगो का समय रहते करे समाधान वरना 10 नवम्बर से होगी कार्यबन्दी।
महासंघ की प्रदेश ईकाई के सभी साथियो ने एक स्वर में कहा कि अब वगैर मांगो के आदेश जारी हुए यह आन्दोलन वापस किसी भी दशा में नही होगा।
महासंघ की यह लम्बित प्रदेश स्तरीय सेवा सम्बंधी व अन्य मांगो के साथ साथ अकेन्द्रियत सेवानियमावली, दैनिक वेतन, संविदा तथा तदर्थ धारा 108 के कार्यरत कर्मचारियो का विनियमतीकरण,कैशलेस ईलाज व्यवस्था,पुरानी पेंशन बहाली आदि पर अभी तक नही हो रहा कोई निर्णय, जिससे निकाय कर्मचारियो में भारी आक्रोश व्याप्त है,जो निश्चित रूप से प्रदेश सरकार व शासन के लिए आने वाले दिनो में नुकसानदायक होगा।
इन लम्बित समस्याओं के समाधान हेतु लखनऊ ईकाई पर प्रदेश स्तरीय आन्दोलन किया जा रहा।
महासंघ के इस क्रमिक अनशन में क्रम वार प्रदेश ईकाइयो की भागेदारी हो रही परन्तु खेद है कि प्रदेश सरकार व शासन द्वारा कोई ध्यान नही दिया जा रहा जो एक बडे आन्दोलन की ओर अग्रसर है।
नगर निगम व जलकल की महिला साथी महासंघ के नेतृत्व में कुसुम सरोज, सुनीता भट्ट, रेखा कुमारी, बिन्द सिंह उर्मिला, शान्ती, आकांक्षा, मीना सरोजनी, मुन्नी देवी अन्नता वर्मा,एकता पान्डे, संतोष मिश्रा, ॠचा सिंह, सावित्री ,सविता बैठे, 1नवम्बर को नगर निगम/जलकल लखनऊ के आउटसोर्स कर्मचारी साथी बैठे।
इस अवसर पर लखनऊ ईकाई के सभी सहयोगी संगठन के साथी उपस्थित थे। जिसमें प्रमुख रूप से शशिकुमार मिश्र प्रदेश अध्यक्ष, आन्नद मिश्र, रामकुमार रावत, सै.कैसर रजा, राजेश सिंह अध्यक्ष उ•प्र•नगर निगम कर्मचारी संघ, संतोष श्रीवास्तव, कबीर दास,विजय यादव, शैलेन्द्र तिवारी,जितेन्द्र सि़द्धार्थ, नितिन त्रिवेदी, अनिल दुबे,अनिल शुक्ल, राजेन्द्र कुमार,हरिशंकर पाण्डेय, राकेश तिवारी, श्रीधर,सुधाकर मिश्र,संजय श्रीवास्तव ,आकाश गुप्ता,शिवशंकर राय, धीरेन्द्र विक्रम सिंह,शुभम शर्मा, कृष्ण मगन सिंह, संजय चन्द्रा आदि उपस्थित होकर समर्थन व्यक्त किया। यह क्रमिक अनशन महासंघ की लम्बित मांगो के समाधान होने तक अनवरत रुप से दि.7 नवम्बर तक चलेगा।
महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष व वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं अवध क्षेत्र के अध्यक्ष आदि उपस्थित साथियो ने क्रमिक अनशन पर बैठे कर्मचारियो का आवाहन करते हुए कहा कि प्रदेश के निकाय कर्मचारी अपनी मांगो के समाधान हेतु अगामी 10 नवम्बर से होने वाले बडे संघर्ष के लिए तैयार है,यदि प्रदेश सरकार व शासन द्वारा हमारी जायज समस्याऔ का समय रहते समाधान नही करती तो महासंघ पूर्व घोषित कार्य बन्दी करेगा, जिसमें प्रदेश की सभी सेवाएं बन्द होगी.