पैराशूट न खुलने पर एयरफोर्स में तैनात वारण्ट आफिसर की दर्दनाक मौत

6/3/25 प्रतापगढ़:- प्रशिक्षण के दौरान पैराशूट न खुलने पर एयरफोर्स में तैनात वारण्ट आफिसर शहीद हो गए। जाबांज सैनिक के शहादत की सूचना शनिवार को घर पहुंची तो गांव घर के साथ लोगों में शोक का माहौल पसर गया।

लालगंज कोतवाली के बेलहा गांव के गंभीराबाद निवासी रामकुमार तिवारी उर्फ रामू 40 पुत्र रमाशंकर तिवारी एयरफोर्स में वारण्ट आफिसर थे। शनिवार की सुबह वे प्रशिक्षणाधीन फौजियों को ट्रेंनिंग दे रहे थे। सुबह करीब साढ़े नौ बजे हेलीकाप्टर से जंप के दौरान वह बच्चों के साथ जमीन के लिए कूदे। बच्चों का पैराशूट तो खुल गया लेकिन दुर्भाग्य से रामकुमार तिवारी का पैराशूट नहीं खुल सका। वह सीधे जमीन पर आ गिरे। तुरंत ही सेना के जवान उन्हे अस्पताल ले गए ,लेकिन डॉक्टरों के सब प्रयासों के बावजूद उन्हे बचाया नहीं जा सका। उनकी दर्दनाक मौत हो गयी। हादसे की सुचना मिलते ही वायु सेना के अधिकारी मौके पर पहुँच गए थे। वायु सेना के अधिकारीयों ने घटना की जाँच शुरू कर दी है। पैराशूट न खुलने के कारणों की जाँच की जा रही है।

मौत की जानकारी घर पर पहुंची तो कोहराम मच गया। मृतक रामकुमार तिवारी के साथ उनकी पत्नी प्रीती तिवारी तथा दो बच्चे यश 14 वर्ष व कुश 10 वर्ष भी उनके साथ आगरा में रह रहे थे। उनकी मां उर्मिला तथा पिता रमाशंकर तिवारी गांव में रहते हैं। गांव के लोगों के मुताबिक अभी पिछले माह शहीद रामकुमार घर आये थे और लगभग एक सप्ताह परिजनो के साथ यहां रहे। सैनिक की शहादत को लेकर गांव में भी मातम का माहौल पसर गया। सूचना मिलने पर शहीद रामकुमार के लखनऊ हाईकोर्ट में अधिवक्ता भाई श्याम कुमार तिवारी आगरा के लिए रवाना हुए। सूत्रों के मुताबिक आज रविवार को शहीद का पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुंचेगा।

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