कोरोना ने फिर दिखाना शुरू किया अपना विकराल रूप ,देश में एक्टिव मरीजों की संख्या 1 हज़ार पार ,लखनऊ पीजीआई में भी पाया गया कोरोना एक्टिव मरीज “स्वास्थ विभाग अलर्ट”
28/5/25 Corona update:- देश में एक बार फिर से कोरोना वायरस की हलचल महसूस की जा रही है. एक्टिव मामलों की संख्या एक हजार के पार जा चुकी है. इस बीच कोरोना के दो नए वेरिएंट्स की पहचान हुई है, जिसने एक बार फिर लोगों की चिंता बढ़ा दी है. शुरुआती रिपोर्ट्स बताती हैं कि इन वेरिएंट्स से संक्रमित मरीजों में हल्के लक्षण देखने को मिल रहे हैं, जैसे सर्दी, खांसी, हल्का बुखार और बदन दर्द. ऐसे में आइए जानते हैं कि ये नए वेरिएंट्स कितने खतरनाक हैं और क्या मौजूदा वैक्सीन इन पर असरदार है या नहीं.
हर बार की तरह इस बार भी वायरस ने खुद को बदला है और दो नए वेरिएंट सामने आए हैं. एक्सपर्ट के अनुसार, ये दोनों वेरिएंट्स वायरस के म्यूटेशन का नतीजा हैं. इससे सतर्कता बरतना जरूरी है. विशेषज्ञ इनकी निगरानी कर रहे हैं और इसके लक्षणों, फैलने की क्षमता, और गंभीरता पर लगातार अध्ययन कर रहे हैं. शुरुआत में लक्षण हल्के हो सकते हैं, लेकिन अगर नजरअंदाज करें जाए तो संक्रमण गंभीर रूप ले सकता है.
क्या मौजूदा वैक्सीन असरदार है?
महामारी विशेषज्ञ डॉ. अजय कुमार बताते हैं कि कोरोना की मौजूदा वैक्सीन को लेकर लोगों के मन में कई सवाल हैं. खासकर तब जब नए वेरिएंट्स सामने आते हैं, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है. वायरस में समय-समय पर बदलाव यानी म्यूटेशन होती रहती है और इससे नए वेरिएंट्स बनते हैं. हालांकि, इन वेरिएंट्स पर वैक्सीन का असर थोड़ा कम हो सकता है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि वैक्सीन बेअसर हो गई है. वैक्सीन शरीर की इम्यून सिस्टम को इस तरह तैयार करती है कि वह संक्रमण से लड़ सके.
डॉ अजय के मुताबिक, भले ही कुछ वेरिएंट्स में वैक्सीन का प्रभाव थोड़ा घट सकता है, लेकिन वह गंभीर संक्रमण से अब भी बचाव करती है. यही वजह है कि जिन लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज या बूस्टर डोज लगी होती है, उनमें अस्पताल में भर्ती होने की संभावना कम रहती है.
कैसे करें बचाव
भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें.
साबुन या सैनिटाइजर से हाथ साफ रखें.
अगर बुखार, सर्दी या खांसी हो तो खुद को आइसोलेट करें और टेस्ट करवाएं.
कोविड वैक्सीन की सभी जरूरी डोज जरूर लें.
संतुलित हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज.