हरदोई: लव जेहाद की खौफनाक वारदात रीना बानो ने जेहादियों से मिलकर हिन्दू सहेली के साथ किया ऐसा ‘कांड’ जो अन्य ल़डकियों के लिए बना ‘सबक’

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12/7/25 उत्तरप्रदेश:– लड़कियाँ जो लव जिहाद को महज एक अफवाह मानकर दूसरे समुदाय के लोगों से दोस्ती करती हैं, उन्हें इस कहानी से सबक लेना चाहिए। ये कोई फिल्मी किस्सा नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले की एक सच्ची घटना है, जहाँ एक मासूम हिंदू लड़की अपनी ही सहेली के जाल में फँस गई और उसकी जिंदगी नर्क बन गई। ये कहानी बताती है कि कैसे दोस्ती के नाम पर धोखा दिया जाता है और फिर ब्लैकमेलिंग, रेप और धर्मांतरण का दबाव डालकर लड़की को तोड़ने की कोशिश की जाती है।

ग्राउंड रिपोर्टिंग में हमें पीड़िता के परिवार, पुलिस और लोकल लोगों से बात करके और सारी डिटेल्स जानने के बाद यह बातें सामने आईं कि माहौल ऐसा हुआ है कि इलाके की लड़कियाँ अब डर के साए में जी रही हैं, और माता-पिता अपनी बेटियों को कॉलेज भेजने से पहले दस बार सोच रहे हैं।

बात दिसंबर 2024 की है। पीड़िता (24 साल) एक हिंदू युवती है, जो हरदोई के आईटीआई कॉलेज में डिप्लोमा कर रही थी। वहाँ उसकी मुलाकात रीना बानो से हुई, जो उसी क्लास में पढ़ती थी। रीना बानो मुस्लिम समुदाय से थी, लेकिन दोनों में अच्छी दोस्ती हो गई। वे साथ पढ़तीं, बातें करतीं, और एक-दूसरे के साथ समय बितातीं।

पीड़िता को लगा कि रीना उसकी सच्ची सहेली है। लेकिन ये दोस्ती एक साजिश का हिस्सा थी। एक दिन रीना ने उसे अपने घर पर बुलाया, जो पिहानी थाना क्षेत्र के मोहल्ला लोहानी में है। पीड़िता बिना कुछ सोचे चली गई, क्योंकि उसे क्या पता था कि वहाँ कोई जिहादी जाल बिछा है।

घर पहुँचते ही रीना उसे एक कमरे में ले गई। वहाँ पहले से ही हैदर नाम का एक आदमी मौजूद था, जो प्रयागराज का रहने वाला है और रीना की ससुराल का रिश्तेदार है। हैदर इन दिनों अपनी ससुराल में आया हुआ था। जैसे ही पीड़िता कमरे में घुसी, रीना बाहर निकल गई और दरवाजा बाहर से बंद कर दिया। पीड़िता घबरा गई, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।

हैदर ने अपनी जेब से एक तमंचा (रिवॉल्वर) निकाला और उसे डराया-धमकाया। उसने कहा, “चुप रहो, वरना गोली मार दूँगा।” पीड़िता ने विरोध किया, चीखी-चिल्लाई, लेकिन कमरा बंद था और बाहर कोई सुनने वाला नहीं। हैदर ने तमंचे की नोक पर उसके साथ जबरदस्ती की, रेप किया। इतना ही नहीं, उसने पूरा वाकया अपने मोबाइल से रिकॉर्ड भी कर लिया। पीड़िता रोती-बिलखती रही, लेकिन हैदर ने उसे धमकी दी कि अगर किसी को बताया तो वीडियो वायरल कर देगा और उसकी इज्जत मिट्टी में मिला देगा।

इसके बाद रीना कमरे में आई और दोनों ने मिलकर पीड़िता को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। वे वीडियो दिखाकर कहते, “अब तू हमारी बात मान, वरना ये वीडियो तेरे परिवार और सोशल मीडिया पर डाल देंगे। तेरी जिंदगी बर्बाद हो जाएगी।” ये ब्लैकमेलिंग करीब सात महीने तक चली। हर हफ्ते-दो हफ्ते में वे उसे फोन करते, मिलने बुलाते, और और ज्यादा तस्वीरें या वीडियो बनाते।

हैदर ने तो हद पार कर दी। उसने पीड़िता पर दबाव डाला कि वो हिंदू धर्म छोड़कर इस्लाम कबूल कर ले और उसके साथ दूसरी बीवी बनकर निकाह कर ले। वो कहता, “तू मुसलमान बन जा, मेरी दूसरी औरत बन। वरना वीडियो सबको दिखा दूँगा।” पीड़िता ने कई बार विरोध किया, लेकिन ब्लैकमेलिंग के डर से चुप रहती।

उसकी जिंदगी नर्क बन गई, रातों को नींद नहीं आती, कॉलेज जाना मुश्किल हो गया, परिवार से झूठ बोलना पड़ता। वो डिप्रेशन में चली गई, खाना-पीना छूट गया। परिवार वाले पूछते तो कहती कि पढ़ाई का टेंशन है। लेकिन अंदर ही अंदर वो टूट रही थी।
आखिरकार पीड़िता की हिम्मत टूट गई। 11 जुलाई 2025 को वो हरदोई के शाहाबाद थाने पहुँची और पूरी कहानी सुनाई। उसने एफआईआर दर्ज कराई, जिसमें रेप, ब्लैकमेलिंग, अश्लील वीडियो बनाने और धर्मांतरण के दबाव की सारी डिटेल्स हैं।

पीड़िता ने अपने बयान में बताया

“मैं आईटीआई में पढ़ती हूं। रीना मेरी सहेली बनी। दिसंबर 2024 में वो मुझे अपने घर ले गई। वहाँ हैदर पहले से था। रीना ने कमरा बंद किया। हैदर ने तमंचा दिखाकर मेरे साथ गलत काम किया और वीडियो बनाया। फिर दोनों ने वीडियो वायरल करने की धमकी देकर मुझे प्रताड़ित किया।”

“हैदर ने कहा कि मैं मुसलमान बनूँ और उसके साथ निकाह करूँ, क्योंकि वो पहले से शादीशुदा है। मैंने विरोध किया, लेकिन डर के मारे चुप रही। अब मैं तंग आ गई हूँ, न्याय चाहिए।”

पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की

सीओ शाहाबाद अनुज मिश्रा ने कन्फर्म किया कि केस यूपी धर्मांतरण विरोधी कानून की धाराओं के तहत दर्ज हुआ है। पुलिस ने हफीजुल्ला की बेटी रीना बानो को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी टीम में उप-निरीक्षक सत्येंद्र कुमार, कांस्टेबल गोविंद कुमार और महिला कांस्टेबल सोनिका चौहान शामिल थे। लेकिन हैदर फरार है, पुलिस उसकी तलाश में दबिश दे रही है।

पर यह केवल एक का ही मामला नहीं है यह लाखों लड़कियों के साथ हो रहे षडयंत्र की है। पुलिस प्रशासन को इन अपराधियों को रिमांड पर लेकर इनके आकाओं तक पहुँचने का प्रयास करना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसे अपराधियों और इनके आकाओं पर ऐसा कृत्य करने से पूर्व ही दहशत व्याप्त हो जाए।

सीईओ शाहाबाद अनुज मिश्रा के त्वरित संज्ञान लिए जाने पर कम से कम ऐसी पीड़ित महिलाओं को पुलिस प्रशासन की तरफ से जरूर भरोसा मिलाएगा की पुलिस ऐसे अपराधों पर लगाम लगाने का प्रयास कर रही है।

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