लखनऊ में फिर ई-रिक्शा चालक करने जा रहा था जघंन्य अपराध,अगर छात्रा अपनी इज्जत बचने को “ई रिक्शा” से ना कूदती तो हो सकता था बड़ा कांड

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23/5/25:- लखनऊ में नर्सिंग की एक छात्रा के साथ ई-रिक्शा में दरिंदगी का प्रयास किया गया. छात्रा ने किसी तरह ई-रिक्शा से कूदकर अपनी जान बचाई. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें छात्रा खुद को बचाने के लिए चलते ई-रिक्शा से कूदती नजर आ रही है. उसे गंभीर चोटें आई हैं. पुलिस ने मामला दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

जानकारी के मुताबिक, लखनऊ की रहने वाली यह छात्रा कुर्सी रोड स्थित एक यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करती है. बीते सोमवार की शाम वह अपने मामा के घर बर्लिंगटन इलाके में गई थी. निजी कार्य निपटाने के बाद वह बर्लिंगटन चौराहे से टेढ़ी पुलिया जाने के लिए एक ई-रिक्शा में सवार हुई.

लेकिन निशातगंज पहुंचने पर ई-रिक्शा अचानक कुछ देर के लिए रुक गया. इस दौरान चालक ने अपनी सीट छोड़ दी और छात्रा के बगल में आकर बैठ गया. चालक का एक साथी ई-रिक्शा चलाने लगा. छात्रा उस वक्त अपने फोन में व्यस्त थी ऐसे में उसका ध्यान इस ओर नहीं गया. जब रिक्शा टेढ़ी पुलिया पहुंचा और छात्रा ने रुकने के लिए कहा, तो रिक्शा रुकने की बजाय तेज रफ्तार से कुर्सी रोड की ओर दौड़ने लगा.

छात्रा को जब कुछ गड़बड़ होने का आभास हुआ, तो उसने “रोको-रोको” चिल्लाना शुरू किया, मगर ई-रिक्शा में मौजूद युवक उसकी बात सुनने को तैयार नहीं थे. उल्टा, उनमें से एक युवक ने चालक की सीट संभाल ली और स्पीड और बढ़ा दी. वहीं, पहले ई-रिक्शा चला रहा युवक अब छात्रा के बिल्कुल बगल में बैठ गया और उसके साथ अश्लील हरकतें शुरू कर दीं. रिक्शे में सवार तीन अन्य युवक भी उससे छेड़छाड़ करने लगे.

जब छात्रा ने विरोध किया और चिल्लाने लगी, तो आरोपियों ने उसका मुंह दबा दिया ताकि उसकी आवाज बाहर न जा सके. ई-रिक्शा तेजी से एक सुनसान गली की तरफ बढ़ने लगा. चारों ओर अंधेरा था. डरकर और अपनी इज्जत बचाने के लिए छात्रा ने चलते ई-रिक्शा से छलांग लगा दी. जिसके चलते सड़क पर गिरने से उसके सिर, हाथ और घुटनों पर गंभीर चोटें आईं.

घटना स्थल के पास जनता हॉस्पिटल के सामने रहने वाली गीता वाल्मीकि बताती हैं कि उन्होंने एक लड़की को चीखते हुए रिक्शा से कूदते देखा. वह खून से लथपथ थी. आसपास के लोग तुरंत दौड़े और छात्रा को अस्पताल ले गए, जहां उसका प्राथमिक इलाज हुआ.

छात्रा के अनुसार, उसके साथ ई-रिक्शा में बैठे चार युवकों ने मिलकर छेड़खानी की और उसे गली की तरफ ले जाने की कोशिश की, विरोध करने पर उसका मुंह दबा दिया गया. इसलिए जान बचाने के लिए वह कूद गई.

मामले में डीसीपी क्राइम कमलेश दीक्षित ने बताया कि छात्रा की शिकायत के आधार पर टेढ़ी पुलिया से लेकर घटना स्थल तक के दर्जनों सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई. इससे आरोपी युवकों की पहचान हो सकी. छात्रा की शिकायत के आधार पर फैजुल्लागंज निवासी ई-रिक्शा चालक सत्यम सिंह और उसके तीन साथी – अनुज गुप्ता उर्फ आकाश, रंजीत चौहान और अनिल सिन्हा (निवासी केशवनगर) को गिरफ्तार कर लिया गया है. जांच में सामने आया है कि ई-रिक्शा चालक सत्यम सिंह पहले भी चोरी के आरोप में जेल जा चुका है. अन्य आरोपियों के आपराधिक इतिहास की भी जांच की जा रही है.

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