पुलिस का ऐसा अनोखा रूप:निर्धन बेटी की शादी का रस्मोरिवाज के साथ उठाया सारा खर्च,पुलिस महकमे के आलाधिकारियों के साथ STF के चर्चित इनकाउंटर स्पेशलिस्ट धर्मेश शाही भी रहे मौजूद

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07/6/25 उत्तर प्रदेश:- गोंडा पुलिस और एसटीएफ ने इंसानियत और सेवा की मिसाल पेश की है। पुलिस का ऐसा अनोखा रूप शायद ही देखा गया हो ,निर्धन लड़की के भाई के हत्यारोपियों को ढ़ेर करने के बाद बेटी की शादी का रस्मोरिवाज के साथ उठाया सारा खर्च,पुलिस महकमे के आलाधिकारियों के साथ STF के चर्चित इनकाउंटर स्पेशलिस्ट धर्मेश शाही भी रहे मौजूद. डेढ़ महीने पहले लुटेरों द्वारा भाई की हत्या के बाद बेसहारा हुई एक बेटी की शादी में पुलिस खुद घराती बनकर सामने आई। इस सराहनीय कार्य की हर ओर चर्चा हो रही है। लोग यूपी पुलिस की तारीफ कर रहे हैं।

लुटेरों ने कर दी थी भाई की हत्या

उमरीबेगमगंज क्षेत्र के धन्नीपुरवा गांव में 24 अप्रैल की रात बदमाशों ने घर में लूटपाट के दौरान युवती के भाई शिवदीन की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस वारदात के बाद दहशत में आए वर पक्ष ने शादी से इनकार कर दिया। शादी 5 मई को होनी थी, लेकिन भाई की हत्या के कारण टाल दी गई।

पुलिस ने उठाया जिम्मा, तय हुई शादी की नई तारीख

इसकी जानकारी गोंडा पुलिस और एसटीएफ को हुई तो अधिकारियों ने शादी का पूरा जिम्मा उठाने का ऐलान किया। राज्य महिला आयोग की सदस्य एवं एसटीएफ सीओ डीके शाही की पत्नी ऋतु शाही और एसपी गोंडा विनीत जायसवाल की पत्नी डॉ. तन्वी जायसवाल ने मृतक के घर पहुंचकर बेटी की शादी की जिम्मेदारी ली और वर पक्ष से संपर्क कर 5 जून को विवाह की तारीख तय की।

पुलिस अफसरों ने निभाया हर रस्म का फर्ज

शादी के दिन पुलिस अधिकारी घरातियों की भूमिका में नजर आए। एसपी विनीत जायसवाल अपनी पत्नी के साथ विवाह स्थल पर पहुंचे। एसटीएफ सीओ डीके शाही सुबह से तैयारियों में जुटे रहे। जब बारात पहुंची तो एसपी, सीओ, एएसपी राधेश्याम राय सहित अन्य अधिकारी पगड़ी पहनकर द्वारचार में शामिल हुए। सीओ तरबगंज डॉ. यूपी सिंह और उमरीबेगमगंज एसओ नरेंद्र राय ने भाई का फर्ज निभाते हुए दुल्हन को स्टेज तक पहुंचाया। जयमाल के बाद दुल्हन की मां शकुंतला देवी और पुलिस अधिकारियों ने वर-वधू को आशीर्वाद दिया।

शादी का पूरा खर्चा उठाया

इस शादी का संपूर्ण खर्च यूपी एसटीएफ और गोंडा पुलिस ने मिलकर उठाया। इसके अलावा पहले ही पीड़ित परिवार को 1.51 लाख रुपये की आर्थिक सहायता भी दी गई थी।

हत्या करने वाले गिरोह के बदमाशों को किया ढेर

जांच में सामने आया कि लूटपाट के दौरान युवती के भाई शिवदीन की हत्या के पीछे एक लाख का इनामी कुख्यात ज्ञानचंद पासी गिरोह का हाथ था। पुलिस और एसटीएफ ने अभियान चलाकर 20 मई को उमरीबेगमगंज में मुठभेड़ में सोनू पासी को और 22 मई को बाराबंकी में सरगना ज्ञानचंद पासी को मार गिराया। दोनों पर 1-1 लाख का इनाम घोषित था। चार अन्य बदमाश भी पकड़े गए, जिनमें से तीन को गोली लगी थी।

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