नोट गिनते -गिनते थक गई पुलिस बुलवानी पड़ी मशीन, पुलिस ने तोड़ा जेल से चल रही नशे की तश्करी का बड़ा नेटवर्क
09/11/25 UP:- मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ प्रतापगढ़ पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। प्रतापगढ़ जिले में पुलिस ने ड्रग माफिया पर बड़ी कार्रवाई करते हुए भारी मात्रा में नकदी और नशीले पदार्थ जब्त किए हैं। यह बरामदगी यूपी पुलिस के इतिहास की सबसे बड़ी कैश रिकवरी बताई जा रही है।
अपर पुलिस महानिदेशक प्रयागराज जोन एवं पुलिस महानिरीक्षक प्रयागराज रेंज के मार्गदर्शन में, पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ श्री दीपक भूकर के कुशल निर्देशन तथा अपर पुलिस अधीक्षक (पश्चिमी) श्री बृजनन्दन राय एवं क्षेत्राधिकारी कुण्डा श्री अमरनाथ गुप्ता के पर्यवेक्षण में थाना मानिकपुर पुलिस ने यह अभूतपूर्व कार्रवाई की।
पुलिस टीम ने शनिवार की सुबह मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त गिरोह के ठिकाने पर छापा मारा। दबिश के दौरान पुलिस ने जेल में बंद गैंग सरगना राजेश मिश्रा के घर से ₹2,01,55,345 नकद, 6.075 किलोग्राम गांजा और 577 ग्राम स्मैक (हेरोइन) बरामद की। बरामदगी की कुल अनुमानित कीमत ₹3 करोड़ से अधिक बताई जा रही है।
पुलिस के पहुंचते ही घर में बंद हो गई रीना
छापेमारी के वक्त जब पुलिस टीम मुन्दीपुर स्थित राजेश मिश्रा के आवास पर पहुंची तो घर के अंदर से दरवाजा बंद कर लिया गया। पुलिस ने किसी तरह दरवाजा खुलवाया, तो देखा कि अंदर मौजूद लोग काले पन्नियों में मादक पदार्थ छिपाने की कोशिश कर रहे थे। तलाशी में भारी मात्रा में गांजा, स्मैक और नकदी के बंडल बरामद हुए। मौके पर रीना मिश्रा (पत्नी राजेश मिश्रा), पुत्र विनायक मिश्रा, पुत्री कोमल मिश्रा, रिश्तेदार अजीत कुमार मिश्रा व यश मिश्रा को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने जेल में बंद माफिया राजेश उर्फ राजू उर्फ भोला के ठिकानों पर छापेमारी की, जहां से करीब 2 करोड़ रुपये नकद, साथ ही स्मैक और गांजा की बड़ी खेप बरामद की गई। नकदी की गिनती में पुलिस और बैंक अधिकारियों को लगभग 22 घंटे का समय लगा।
राजेश भोला पर ड्रग तस्करी, रंगदारी और हत्या जैसे कई संगीन मामले दर्ज हैं। पुलिस अब उसके अन्य नेटवर्क और संपत्तियों की जांच में जुटी है। इस कार्रवाई को लेकर एसटीएफ और एनसीबी की टीमें भी सक्रिय हैं।
इस ऑपरेशन को यूपी पुलिस ने राज्य में ड्रग माफिया के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान की सबसे बड़ी सफलता बताया है।
थाना मानिकपुर पुलिस ने शनिवार को एक अंतर्राज्यीय तस्करी गिरोह का पर्दाफाश करते हुए सवा तीन करोड़ से अधिक की बरामदगी की है। इस गैंग का सरगना कोई और नहीं, बल्कि जेल में बंद कुख्यात माफिया राजेश मिश्रा है, जो जेल से ही अपने परिवार के जरिये तस्करी का पूरा नेटवर्क संचालित कर रहा था। पुलिस ने गिरोह की मुखिया रीना मिश्रा सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि कार्रवाई के दौरान ₹2.01 करोड़ से अधिक नकदी, गांजा और स्मैक बरामद की गई है।

फर्जी दस्तावेजों से कराई थी राजेश मिश्रा की जमानत
पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ कि जेल में बंद राजेश मिश्रा ने अपने गिरोह को जेल से ही तस्करी के ‘टिप्स’ दिए थे। इतना ही नहीं, उसकी जमानत फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कराई गई थी। रीना मिश्रा और उसका पुत्र विनायक मिश्रा ने एक व्यक्ति के नाम से नकली दस्तावेज तैयार कर अदालत में प्रस्तुत किए, जिससे राजेश मिश्रा की धोखाधड़ीपूर्वक जमानत स्वीकृत कराई गई। इस मामले में थाना मानिकपुर पर मु.अ.सं. 239/25 धारा 319(2), 318(4), 338, 336(3), 340(2), 3(5), 61(2), 234, 235 बीएनएस के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
