फिरोजाबाद में ज़मीन विवाद के चलते पूर्व प्रधान व बेटे की फावड़े से दिनदहाड़े निर्संस हत्या, इलाके में खौफ ऐसा कि कोई भी अपराधी के खिलाफ बयान देने के लिए तैयार नहीं
26/5/25:- उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद के एक गांव के पूर्व प्रधान और उनके बेटे को कुछ लोगों ने दिन दहाड़े मार डाला. दोनों पिता-पुत्र की हत्या फावड़े से वार कर की गई. मृतक युवक की तीन महीने पहले फरवरी में ही शादी हुई थी. बताया जा रहा है कि जिस वक्त पूर्व प्रधान और उनके बेटे की हत्या की गई. उस दौरान गांव के लोग खड़े होकर देखते रहे. लेकिन किसी ने उन्हें बचाने की हिम्मत नहीं जुटाई.
दरअसल, ये मामला फिरोजाबाद के थाना नगला सिंघी के गांव टीकरी से सामने आया है. यहां के पूर्व प्रधान और उनके बेटे का गांव के ही कुछ लोगों से जमीनी विवाद चल रहा था. इसी विवाद के चलते उनकी हत्या की गई. हत्या करने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए. हत्या की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
जमीनी विवाद के चलते हत्या
मृतक पूर्व प्रधान इसरो के सीनियर वैज्ञानिक धर्मेंद्र यादव के चाचा 55 वर्षीय अरविंद यादव थे, जिनका उनके ही गांव के रहने वाले हुब्बलाल यादव से जमीनी विवाद चल रहा था. इनका मामला कोर्ट में भी चल रहा था. 20 मई को जिस जमीन पर विवाद चल रहा था. उसकी तहसीलदार राखी शर्मा ने एसडीएम अनुराधा सिंह के आदेश पर नापतौल भी की थी.
फावड़े से किया गया हमला
इसी बीच रविवार को अरविंद यादव अपने 27 वर्षीय बेटे नितिन यादव के साथ खेत जुतवाने के लिए गए थे. जहां हब्बुलाल यादव भी पहुंच गए. उनके साथ और भी लोग आए थे. उन्होंने पहले खेत जोतने का विरोध किया और फिर अरविंद यादव और उनके बेटे पर फावड़े से हमला कर दिया. फावड़े से उनके सिर और गर्दन पर हमला किया गया, जिससे दोनों पिता-पुत्र गंभीर रूप से घायल हो गए और दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी मौके से भाग गए. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची.
14 बीघा जमीन के लिए हत्या
जिस जमीन को लेकर विवाद है. वह जमीन अरविंद यादव ने 15 साल पहले टीकरी के रहने वाले साहब सिंह यादव से खरीदी थी. उन्होंने अपने दो बेटों से परेशान होकर ये 14 बीघा जमीन बेच दी थी. साहब सिंह यादव जमीन बेचने के बाद अपने दो बेटों जितेंद्र यादव और नरेंद्र यादव को अपने साथ ले गए थे और गांव छोड़कर चले गए थे. वहीं हुब्बलाल यादव और देवेंद्र यादव को वह गांव में ही छोड़कर चले गए थे, जिनके साथ अरविंद यादव का विवाद चला.
सालों तक नहीं करने दिया कब्जा
इसके बाद से हुब्बलाल यादव और देवेंद्र यादव जमीन को लेकर पूर्व प्रधान अरविंद यादव से रंजिश रखने लगे. सालों तक जमीन खरीदने के बावजूद हुब्बलाल यादव और देवेंद्र यादव ने अरविंद यादव को जमीन पर कब्जा नहीं करने दिया. जब कानूनी तौर पर अरविंद यादव ने इसे हासिल कर ली. तब भी दोनों उन्हें खेत नहीं जोतने दे रहे थे. इसी बीच उन्होंने रविवार को अरविंद यादव और उनके बेटे की हत्या कर दी.
पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी
अरविंद यादव ने हुब्बलाल यादव और देवेंद्र यादव की वजह से टीकरी से हटकर टूंडला में घर बनाया था और झगड़े से बचने के लिए वहीं रहते हैं. रविवार शाम को ही वह खेत जोतने के लिए टीकरी आए थे. तभी हुब्बलाल ने भोला, विपिन, रवि, मनीष, सनी और बाकी लोगों के साथ मिलकर उन्हें मार डाला. अब पूरे गांव में पुलिस बल को तैनात किया गया है और पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है.
गांव में पिता-पुत्र की हत्या करते हुए कई लोगों ने देखी. लेकिन आरोपियों का गांव वालों के मन में ऐसा खौफ है कि कोई भी उनके खिलाफ बयान देने के लिए तैयार नहीं है. हत्या के वक्त भी किसी ने उन्हें बचाने की कोशिश नहीं की. नितिन यादव की तीन महीने पहले ही शादी हुई थी. उनकी मौत के बाद उनके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया.